मप्र / सिंघार का ट्वीट- उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी; शिवराज बोले- सरकार प्रदेश को चील कौवों की तरह नोंच रही
भोपाल. कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर पिछले कुछ दिनों से चल रही बयानबाजी और अपने ही दल के नेताओं पर आरोप प्रत्यारोप का दौर पूरी तरह थमा नहीं है। उमंग सिंघार का ट्वीट चर्चा में है। वहीं शिवराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश को चील कौवों की तरह नोंच रही है। भ्रष्टाचार चरम पर है, शराब की नदियां बह रही हैं।
गंभीर आरोपों के जरिए पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ दो दिन पहले मोर्चा खोलने वाले राज्य के वन मंत्री उमंग सिंघार के तेवर अभी पूरी तरह नरम नहीं पड़े हैं। सिंघार ने एक बार फिर सार्वजनिक तौर पर एक ट्वीट किया, जो सुर्खियों में है।
सिंघार ने लिखा है 'उसूलों पर जहां आंच आए तो टकराना जरूरी है। गर जिंदा हो तो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है। सत्यमेव जयते।' उनके ट्वीट को देखकर माना जा रहा है कि वे अभी पूरी तरह शांत नहीं हुए हैं। बता दें कि ट्वीट विधानसभा चुनाव के बाद सिंधिया ने किया था, कुछ दिन पहले सिंधिया के बेटे महा आर्यमन सिंधिया ने अपने पिता का वीडियो ट्वीट किया था। जिसमें सिंधिया 'उसूलों पर जहां आंच आए तो टकराना जरूरी है। गाते हुए दिख रहे हैं।
इधर, उमंग सिंघार के ट्वीट के बाद भड़के दिग्गी समर्थकों ने पुतला जलाया है। इस बार उन्होंने अपना परिचय देकर जलाया सिंघार का पुतला। ताकि कांग्रेस नेताओं को असामाजिक तत्व न कहें। पीसीसी उपाध्यक्ष हाजी नसीम, पूर्व पार्षद शमीम खान की टीम ने पुतला जलाया।
मैडम गांधी देश को बताएं कि प्रदेश में ऐसी लूट हो रही : इधर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गुरुवार को कहा कि कमलनाथ सरकार चलने के काबिल नहीं है। कौन किसको बर्खास्त करे, अभी तो यही समझ में नहीं आ रहा है। पहले तो यह पता चलना चाहिए कि सरकार चला कौन रहा है? मैडम सोनिया गांधी की ड्यूटी है कि वह देश को बताएं कि मध्यप्रदेश में ऐसी लूट हो रही है। वो बताए कि लूट के हिस्से में नीचे से ऊपर तक की भागीदारी है।
भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़े जा रहे हैं : लूट की कमाई में हिस्सेदारी पर झगड़े हो रहे हैं। शराब की नदियां बहाई जा रही हैं। कांग्रेस के एक बड़े नेता रेत के उत्खनन में लगे हुए हैं। चारों तरफ लूटमार मची है, ट्रांसफर और पोस्टिंग में पैसे लिए जा रहे हैं। यह किस मुंह से सरकार चला रहे है। मैं बार-बार कह चुका हूं प्रदेश तबाह और बर्बाद हो रहा है। मुख्यमंत्री की ड्यूटी है सरेआम जो आरोप लगाए जा रहे हैं उसका जवाब दे।
शिक्षामंत्री के पास शिक्षक दिवस मनाने का समय नहीं
प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी के विदेश दौरे पर होने के कारण शिक्षक दिवस 5 सितंबर के अवसर पर होने वाले शिक्षक सम्मान समारोह की तारीख बदलकर 6 सितंबर करने पर भी शिवराज ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि डॉ. राधाकृष्णन जी के जन्मदिन पर पूरा देश शिक्षक दिवस मनाता है, लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ के मंत्री के पास समय नहीं है, इसलिए वो 5 को नहीं, 6 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाएंगे।
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